पूर्वोत्तर राज्यों में स्कूल Drop-Out Rate को कम करेगा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय
नई दिल्ली: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में स्कूल ड्रॉप-आउट (Drop-Out Rate) दरों को कम करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ( Union Ministry of Education ) इन राज्यों के शिक्षा विभागों के साथ मिलकर विशेष पहल करेगा। इसका उद्देश्य यह है कि पूर्वोत्तर के राज्य शिक्षा के क्षेत्र में देश के बाकी राज्यों के मुकाबले पीछे न रह जाएं। शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही इस प्रकार की अनेक नई शुरुआतओं के मद्देनजर दो दिवसीय नॉर्थ ईस्ट एजुकेशन कॉन्क्लेव (North East Education Conclave) का आयोजन किया गया है। 20 और 21 नवंबर को इस कॉन्क्लेव में सभी उत्तर पूर्वी राज्यों के शिक्षा मंत्री शामिल हुए। इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने इस आयोजन की अध्यक्षता की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह सम्मेलन सीखने के परिदृश्य को मजबूत करता है और शिक्षा को और अधिक जीवंत बनाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में तेजी लाना, हमारे शिक्षकों और संस्थानों की क्षमता का निर्माण करना और भविष्य के लिए तैयार भारत बनाना एक सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान के साथ-साथ